जाने डीडी फ्रीडिश की 43rd ऑनलाइन स्लॉट नीलामी का रिजल्ट - चार नए चैनल्स जोड़े गए
जैसा की हमने नीचे अपडेट देते समय बताया था की ये ऑक्शन प्रो राटा के आधार पर है। मतलब ये चैनल्स डी डी फ्रीडिश में 1 फ़रवरी को जोड़े जायेगे और 14 मई तक प्लेटफार्म पर एक्टिव रहेंगे।
43rd ऑनलाइन ऑक्शन के चैनल्स नाम इस प्रकार है -
१. समय टीवी (हिंदी न्यूज़)
२. ९क्स जलवा (हिंदी म्यूजिक)
३. संगीत बांग्ला (बंगली म्यूजिक)
४. JK 24X7 न्यूज़ (हिंदी न्यूज़)
प्राइवेट टीवी चैनल्स जोड़ने के लिए, प्रसार भारती 43वीं ऑनलाइन ई-नीलामी प्रक्रियाशुरू करेगा।
डीडी फ्रीडिश ने 43 वीं ऑनलाइन ई-नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से 01.02.2020 से 14.05.2020 तक की अवधि के लिए डीडी फ्री डिश डीटीएच प्लेटफॉर्म के एमपीईजी -4 स्लॉट के आवंटन के लिए सैटेलाइट टीवी चैनलों से आवेदन आमंत्रित करने का नोटिस दूरदर्शन की वेबसाइट पर जारी किया है।
डीडी फ्रीडिश भारत की फ्री डीटीएच सर्विस है जो प्रसार भारती की देख-रेख में चलायी जाती है। प्रसार भारती ने डी डी फ्रीडिश के एमपीईजी-4 स्लॉट को भरने के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। ये चैनल्स इ-नीलामी प्रक्रिया के तहत भरे जायेगे।
इन चैनल्स को MPEG-4 स्लॉट में डी डी फ्रीडिश पर 1 फ़रवरी से लेकर 15 मई तक प्रो राटा के आधार पर रखा जायेगा।
जो भी इच्छुक प्राइवेट सॅटॅलाइट टीवी चैनल्स है और जो डी डी फ्रीडिश में जुड़ना चाहते है तो वो ई-नीलामी में भाग ले सकते है। MPEG-4 स्लॉट की ई-नीलामी में बोली सभी शैली (भाषा) के टीवी चैनल्स के लिए खुली होगी जिसमे एक स्लॉट का कम से कम दाम 16, 50, 000 / – आरक्षित किया गया है। लेकिन उन्हीं चैनल्स को स्लॉट मिलेंगे जो बढ़ चढ़ कर स्लॉट की बोली लगाएंगे।
अभी MPEG-2 स्लॉट्स में टीवी चैनल्स की संख्या 96 के आस पास है और MPEG-4 स्लॉट्स में 20 के आस पास चैनल है। जिनमे शैक्षणिक चैनल्स जो की 50 से अधिक है वो अलग से MPEG-2 स्लॉट्स में है।
जैसा की हमने नीचे अपडेट देते समय बताया था की ये ऑक्शन प्रो राटा के आधार पर है। मतलब ये चैनल्स डी डी फ्रीडिश में 1 फ़रवरी को जोड़े जायेगे और 14 मई तक प्लेटफार्म पर एक्टिव रहेंगे।
43rd ऑनलाइन ऑक्शन के चैनल्स नाम इस प्रकार है -
१. समय टीवी (हिंदी न्यूज़)
२. ९क्स जलवा (हिंदी म्यूजिक)
३. संगीत बांग्ला (बंगली म्यूजिक)
४. JK 24X7 न्यूज़ (हिंदी न्यूज़)
प्राइवेट टीवी चैनल्स जोड़ने के लिए, प्रसार भारती 43वीं ऑनलाइन ई-नीलामी प्रक्रियाशुरू करेगा।
डीडी फ्रीडिश ने 43 वीं ऑनलाइन ई-नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से 01.02.2020 से 14.05.2020 तक की अवधि के लिए डीडी फ्री डिश डीटीएच प्लेटफॉर्म के एमपीईजी -4 स्लॉट के आवंटन के लिए सैटेलाइट टीवी चैनलों से आवेदन आमंत्रित करने का नोटिस दूरदर्शन की वेबसाइट पर जारी किया है।
डीडी फ्रीडिश भारत की फ्री डीटीएच सर्विस है जो प्रसार भारती की देख-रेख में चलायी जाती है। प्रसार भारती ने डी डी फ्रीडिश के एमपीईजी-4 स्लॉट को भरने के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। ये चैनल्स इ-नीलामी प्रक्रिया के तहत भरे जायेगे।
इन चैनल्स को MPEG-4 स्लॉट में डी डी फ्रीडिश पर 1 फ़रवरी से लेकर 15 मई तक प्रो राटा के आधार पर रखा जायेगा।
जो भी इच्छुक प्राइवेट सॅटॅलाइट टीवी चैनल्स है और जो डी डी फ्रीडिश में जुड़ना चाहते है तो वो ई-नीलामी में भाग ले सकते है। MPEG-4 स्लॉट की ई-नीलामी में बोली सभी शैली (भाषा) के टीवी चैनल्स के लिए खुली होगी जिसमे एक स्लॉट का कम से कम दाम 16, 50, 000 / – आरक्षित किया गया है। लेकिन उन्हीं चैनल्स को स्लॉट मिलेंगे जो बढ़ चढ़ कर स्लॉट की बोली लगाएंगे।
प्रसार भारती डीडी फ्रीडिश के स्लॉट्स की इ-नीलामी क्यों रखता है ?
वो इसलिए की टीवी स्लॉट्स की संख्या होती है कम और प्राइवेट टीवी चैनल्स की संख्या है बहुत ज्यादा। तो जो भी चैनल इस ई-नीलामी में ज्यादा से ज्यादा बिड करेगा या दाम लगाएगा उसे वो स्लॉट मिल जायेगा।अगर कोई प्राइवेट टीवी चैनल डी डी फ्रीडिश में जुड़ना चाहता है तो क्या करना होगा ?
इसके लिए कुछ नियम भी होते है जैसे की प्राइवेट टीवी चैनल सरकार (I & B मंत्रालय द्वारा लाइसेंस प्राप्त / पंजीकृत) से रजिस्टर होना चाहिए तथा उसका प्रसारण C-Band पर हो रहा हो। ये प्राइवेट चैनल भारतीय या अंतर्राष्ट्रीय भी हो सकता है। इसके बारे में सम्पूर्ण जानकारी दूरदर्शन की वेबसाइट पर दी गयी है जिसे आप यहाँ से पढ़ सकते है।डी डी फ्रीडिश में MPEG-4 स्लॉट्स क्या है?
डी डी फ्रीडिश पहले से ही MPEG-2 में टीवी चैनल्स का प्रसारण कर रहा है लेकिन अब प्रसार भारती ने MPEG-4 स्लॉट्स भी डी डी फ्रीडिश में जोड़े है लेकिन ये चैनल फ्री टू एयर नहीं होंगे इसके लिए आपको प्रसार भारती से प्रमाणित किया हुआ सेट-टॉप बॉक्स लेना होगा जिसमे ये दोनों तरह के टीवी चैनल्स चलेंगे।अभी MPEG-2 स्लॉट्स में टीवी चैनल्स की संख्या 96 के आस पास है और MPEG-4 स्लॉट्स में 20 के आस पास चैनल है। जिनमे शैक्षणिक चैनल्स जो की 50 से अधिक है वो अलग से MPEG-2 स्लॉट्स में है।